10वीं के जरेब वर्धन ने घर पर 3डी प्रिंटर से बनाएं फेस शील्ड, पुलिसकर्मियों के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त को दिए 100 फेस शील्ड

लॉकडाउन के कारण सभी स्कूल बंद होने की वजह से जहां एक ओर बच्चे टीवी और वीडियो गेम में अपना टाइम बिता रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली केरहने वाला 10वीं का एक स्टूडेंट अपने घर पर 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल कर फेस मास्क और फेस शील्ड बना रहा है। जरेब वर्धन ने अपने स्टडी रूम को एक फेस शील्ड प्रोडक्शन रूम और अपने स्नूकर टेबल को फेस शील्ड होल्डर बना लिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव को 100 से ज्यादा फेस शील्ड भी दिए, जिससे कोरोना काल के दौरान ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाव में मदद मिल सके। पुलिस को बिना शील्ड के देख आया विचार जरेब ने बताया कि उन्हें फेस शील्ड बनाने का विचार तब आया, जब उन्होंने एक पुलिसवाले को बिना फेस शील्ड के लोगों से बहस करते देखा। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए, लेकिन वहां कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं थी। उन्होंने सोचा कि पुलिसकर्मी कि वह हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं और लोगों के साथ बातचीत करते हैं। ऐसे में जरेब ने उनके और जरूरतमंद लोगों के लिए फेस शील्ड बनाने का फैसला किया। वहीं जरेब के प्रयासों से प्रभावित होकर, श्रीवास्तव ने उसे एक कमेंडेशन लेटर देते हुए पुलिस के लिए 100 फेस शील्ड देने के लिए आभार व्यक्त किया। पुलिस आयुक्त ने की तारीफ उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों की ओर से, मैं 100 फेस शील्ड प्रदान करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह दिल्ली भी, इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है। साथ ही उन्होंने से यह भी कहा कि मौजूदा समय में ऐसे में कई लोग है जो मानवता के चलते दूसरों की मदद के लिए अपने आगे आ रहे हैं। ऐसे इस छोटी सी उम्र में घर पर बैठने की बजाय पुलिस की मदद के लिए 3डी फेस शील्ड बनाने का यह कार्य प्रशंसा के काबिल है। पॉकेट मनी से खरीदी मशीन वहीं, जरेब ने कहा कि उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से यह 3 डी मशीन खरीदी है। उन्होंने कहा कि, "मैंने बाजार से 3 डी मशीन पर अपनी शेष पॉकेट मनी खर्च की, जो मुझे हाल ही में लॉकडाउन के दौरान मिली। मैं एक दिन में दस से अधिक फेस शील्ड बना सकता हूं।" इस साथ ही वह एन -95 मास्क बनाने का भी काम कर रहा है। जरेब का दावा है कि मास्क बाजार में उपलब्ध मास्क की तुलना में सस्ता होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Meet Zareb Vardhan of class 10th who made face shield with 3D printer at home for policemen, gave 100 face shield to Delhi Police Commissioner for protection of policemen

10वीं के जरेब वर्धन ने घर पर 3डी प्रिंटर से बनाएं फेस शील्ड,  पुलिसकर्मियों के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त को दिए 100 फेस शील्ड
लॉकडाउन के कारण सभी स्कूल बंद होने की वजह से जहां एक ओर बच्चे टीवी और वीडियो गेम में अपना टाइम बिता रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली केरहने वाला 10वीं का एक स्टूडेंट अपने घर पर 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल कर फेस मास्क और फेस शील्ड बना रहा है। जरेब वर्धन ने अपने स्टडी रूम को एक फेस शील्ड प्रोडक्शन रूम और अपने स्नूकर टेबल को फेस शील्ड होल्डर बना लिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव को 100 से ज्यादा फेस शील्ड भी दिए, जिससे कोरोना काल के दौरान ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाव में मदद मिल सके। पुलिस को बिना शील्ड के देख आया विचार जरेब ने बताया कि उन्हें फेस शील्ड बनाने का विचार तब आया, जब उन्होंने एक पुलिसवाले को बिना फेस शील्ड के लोगों से बहस करते देखा। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए, लेकिन वहां कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं थी। उन्होंने सोचा कि पुलिसकर्मी कि वह हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं और लोगों के साथ बातचीत करते हैं। ऐसे में जरेब ने उनके और जरूरतमंद लोगों के लिए फेस शील्ड बनाने का फैसला किया। वहीं जरेब के प्रयासों से प्रभावित होकर, श्रीवास्तव ने उसे एक कमेंडेशन लेटर देते हुए पुलिस के लिए 100 फेस शील्ड देने के लिए आभार व्यक्त किया। पुलिस आयुक्त ने की तारीफ उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों की ओर से, मैं 100 फेस शील्ड प्रदान करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह दिल्ली भी, इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है। साथ ही उन्होंने से यह भी कहा कि मौजूदा समय में ऐसे में कई लोग है जो मानवता के चलते दूसरों की मदद के लिए अपने आगे आ रहे हैं। ऐसे इस छोटी सी उम्र में घर पर बैठने की बजाय पुलिस की मदद के लिए 3डी फेस शील्ड बनाने का यह कार्य प्रशंसा के काबिल है। पॉकेट मनी से खरीदी मशीन वहीं, जरेब ने कहा कि उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से यह 3 डी मशीन खरीदी है। उन्होंने कहा कि, "मैंने बाजार से 3 डी मशीन पर अपनी शेष पॉकेट मनी खर्च की, जो मुझे हाल ही में लॉकडाउन के दौरान मिली। मैं एक दिन में दस से अधिक फेस शील्ड बना सकता हूं।" इस साथ ही वह एन -95 मास्क बनाने का भी काम कर रहा है। जरेब का दावा है कि मास्क बाजार में उपलब्ध मास्क की तुलना में सस्ता होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Meet Zareb Vardhan of class 10th who made face shield with 3D printer at home for policemen, gave 100 face shield to Delhi Police Commissioner for protection of policemen